मिलक के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी की मेहनत रंग लायी। उनके अथक प्रयास से परम गांव में स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर महिला ने नवजात को जन्म दिया। प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर परम में डिलीवरी की सुविधा उपलब्ध होने पर परम के ग्रामीण व अन्य आसपास के ग्रामीणों में खुशी की लहर दौड़ गयी। मिलक कस्बे में रेलवे लाइन गुजरने के कारण ट्रेन घंटों रेलवे फाटक पर खड़ी रहती थीं। जिस कारण गर्भवती महिलाओं को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाने बाली एम्बुलेंस घंटो रेलवे क्रॉसिंग पर खड़ी रहती थी। उधर प्रसूता दर्द से कराहती रहती थीं। रेलवे क्रॉसिंग बंद होने के कारण एंबुलेंस के पायलट व ईएमटी को इमरजेंसी में एंबुलेंस के अंदर ही प्रसव कराना पड़ता था। क्षेत्रबासियों की इस समस्या को मिलक चिकित्साधीक्षक डॉ बासित अली व बीसीपीएम इरफान ने जिला मुख्यालय पर प्रमुखता से उठाया। जिसका उच्च अधिकारियों ने संज्ञान लिया और परम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को प्रसव केंद्र बनाने का प्रस्ताव शासन को भेज दिया। शासन की मंजूरी के बाद परम पीएचसी के स्टाफ ने प्रसव कराने को कमर कस ली। मंगलवार को परम गांव की आशा गांव निवासी एक गर्भवती महिला का प्रसव कराने परम पीएचसी पहुंची। जहां तैनात स्टाफ नर्स बबली व सर्वेश ने सकुशल महिला का प्रसव कराया। तथा केंद्र पर हुए प्रथम बार प्रसव की जानकारी डॉ बासित अली को दी। उन्होंने प्रसव कक्ष की गहनता से जांच पड़ताल की तथा प्रसूता व नवजात के स्वास्थ्य रखने हेतु आवयशक दिशा निर्देश दिए। डॉ बासित अली ने बताया कि परम केंद्र पर प्रसव की सुविधा उपलब्ध होने से करीब 30 गांवों को लाभ होगा। अब रेलवे लाइन पार परम गांव व इसके आसपास करीब 30 गांवों की गर्भवती महिलाओं को टीका लगवाने तथा प्रसव के लिए अब मिलक सीएचसी आने की जरूरत नहीं होगी। उनके टीके व प्रसव परम पीएचसी पर ही हो सकेगी। उन्होंने बताया कि तहसील मुख्यालय से दूर इस तरह के अन्य प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को भी प्रसव केंद्र बनाया जाएगा।
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